प्राणायाम हेतु कुछ निमय (Some Rules for Pranayam)
प्राणायाम शुद्ध सात्त्विक निर्मल स्थान पर करना चाहिए। यदि संभव हो तो जल के समीप बैठकर अभ्यास करें। शहरों में …
प्राणायाम शुद्ध सात्त्विक निर्मल स्थान पर करना चाहिए। यदि संभव हो तो जल के समीप बैठकर अभ्यास करें। शहरों में …
प्राण का आयाम (नियंत्रण) ही प्राणायाम है। हमारे शरीर में जितनी भी चेष्टाएँ होती हैं, सभी का प्राण से प्रत्यक्ष …
Read moreप्राणायाम का महत्व एवं लाभ (Importance and benefits of Pranayama)
प्राण-साधना प्राण का मुख्य द्वार नासिका है। नासिका-छिद्रों के द्वारा आता-जाता श्वास-प्रश्वास जीवन तथा प्राणायाम का आधार है। श्वास-प्रश्वास-रूपी रज्जु …
मनुष्य की आत्मा 5 कोशो के साथ संयुक्त है जिन्हें पंच शरीर भी कहते हैं यह पंचकोश निम्नलिखित हैं अनम्य …